आये दिन हो रहे नए खुलासे से इन दिनों उन्नाव दुराचार का मामला सुर्खियों पर है| उन्नाव जिले के माखी थानाक्षेत्र के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक युवती ने जून 2017 में उसे बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। इस पर पीड़िता की की शिकायत पर पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही थी| तब पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया पर कुलदीप सिंह की पकड़ मजबूत होने की वजह से ना पुलिस कार्यवाही कर रही था ना कोर्ट इस अनदेखी के वजह से परिवार के 2 लोगो की जान जा चुकी है|
विपक्ष पार्टियों की आवाज
विपक्ष पार्टियों ने इस मुद्दे को उठाया और न्याय दिलवाने का बिगुल बजाय गृह मंत्री से भी ट्रक दुर्घटना का जवाब तलब क्या है| इसके लिए प्रियंका गांधी वाड्रा के घर में जा कर आई| सभी विपक्षी पार्टियां इसके लिए जोर लगा रही है निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है| जिससे योगी सरकार थोड़े हलचल में और पुरे मामले की सख्ती से जांच के आदेश दिए है| परिवार वालो को आश्वासन दिया है कि अगर परिवार चाहेगा तो पुरे मामले की CBI जाँच करवाई जाएगी|
गवाहों का कत्ल या दुर्घटना
इस दुराचार मामले में पीड़िता सहित मौसी और चाची मुख्य गवाह थे| कुछ दिन पहले पीड़िता की माँ ने उच्चतम न्यायालय को पत्र लिखा था जिसमे उनके परिवार और पारिवारिक सदस्यों की जान को खतरा है। रायबरेली में हुए एक कार ट्रक सड़क दुर्घटना में दोनों गवाह की मौके पर ही मौत हो गयी और वकील महेंद्र की हालत नाजुक है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि इस दुर्घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी। पहले तो ये पुष्टि कि जा रही थी कि कार कि स्पीड ज्यादा होने की वजह से कार दुर्घटनाग्रस्त हई पर कुछ तथ्य इस पीड़िता के दुराचार केस के साथ जुड़ने के कारन ट्रक चालक व सपा नेता ट्रक मालिक दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है| पुरे मामले ने यूपी में बिगड़ी कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है| पीड़िता ने भी 12 जुलाई 2019 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र में कुलदीप सिंह के समर्थको से मिल रही धमकियों के अनुसार उनकी जान को खतरे का जिक्र किया था।
पीड़िता का चाचा भी हुआ शामिल
पीड़िता के चाचा के खिलाफ वर्ष 1999 में जीआरपी थाने में लूट व माल बरामदगी का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस केस के सिलसिले में रायबरेली जेल में सजा काट रहा है। चाची के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उसे बुधवार को 12 घंटे की पैरोल दी है। पुलिस उसको सीधे शुक्लागंज के गंगाघाट पहुंचेगी संस्कार के बाद वही से फिर जेल ले जाया जायेगा।
कुलदीप सिंह सेंगर का दबदबा
पुरे जिले में कुलदीप सिंह सेंगर का दबदबा अब भी बरकार है 25 साल पहले कांग्रेस पार्टी से राजनितिक सफर शुरू किया था कांग्रेस का पल्ला छोड़ बसपा में शामिल हुए फिर बीजेपी का हाथ थाम लिए| 1 साल से जेल में रहने पर भी पुरे जिले में अभी भी अपना दबदबा कायम किये हुए है| अपनी डिग्री को लेकर भी खूब चर्चा में रहे थे 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी शैक्षिक योग्यता इंटर बताई थी पर इससे पहले चुनावों में वो अपने आपको ग्रेजुएट बताते रहे है| राजनितिक पकड़ मजबूत की वजह से केस के इतनी ढील हुई जा रही थी| विपक्षी पार्टी की आवाज ने मौजूदा सरकार को कार्यवाही करने पर मजबूर कर दिया| पीड़िता के चाचा ने भी शिकायत दर्ज की है की उसको धमकियाँ मिल रही है की अगर जिन्दा रहना है तो समझौता कर लो|