सोमवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुकाबला करते हुए “मेजर केतन शर्मा” शहीद हो गए। आज दोपहर तक मेजर शर्मा का पार्थिव शरीर मेरठ स्थित उनके घर पर लाया जा सकता है| मेजर शर्मा के परिवार और आस पड़ौस में गम की घटा छायी हुई है। जब सेना के जवान ढांढस बंधाने उनके घर पहुंचे तो उनको देखकर बर्बस ही परिवार वाले जोर जोर से रो पड़े| मेजर शर्मा की मां दहाड़े मारकर रोते हुए बार-बार एक ही सवाल पूछ रहीं थीं, ‘मुझे बताओ, मेरा शेर बेटा कहां गया?’ ‘मुझे बता दो मेरा बेटा कब आएगा?’
अंदाजा लगाया जा रहा है कि, शहीद मेजर का शव आज दोपहर तक मेरठ लाया जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ बिपिन रावत शहीद मेजर केतन शर्मा को श्रद्धांजलि देंगे।
गौरतलब है कि मेजर केतन शर्मा वर्ष 2012 में सेना में भर्ती हुए थे और उनके खुद के परिवार में एक चार साल की बेटी कैरा और पत्नी इरा शर्मा हैं। वो इसी 27 मई को छुट्टीकाट कर घर से वापस कश्मीर ड्यूटी पर गए थे। शहीद हुए मेजर केतन शर्मा का परिवार गम का पहाड़ टूट गया है| उनके परिवार ने पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने को कहा है| ताऊ अशोक शर्मा ने सरकार से अपील कि है कि वो मेजर कि शहादत का बदला ले तांकि बार बार की लड़ाई समाप्त हो|
शहीद मेजर के परिवार को ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ‘ ने 25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है| शहीद मेजर केतन शर्मा के नाम से एक सड़क का नाम भी रखा जायेगा|
सूत्रो के अनुसार मंगलवार दोपहर तक सेना के विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंच सकता है।