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लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश
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तीन तलाक बिल पेश विरोध में उतरी कांग्रेस
नई दिल्लीः- लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार से विधिवत रूप से शुरू हो गई। नवनिर्वाचित सांसदो ने शपथ और राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद शुक्रवार से दोनो सदनो की कार्यवाही शुरू हुई। लोकसभा में तीन तलाक विधेयक पर बोलते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा संसद को अदालत न बनाए। उन्होने कहा कि संविधान की प्रक्रिया के तहत बिल लाया गया। ए आई एम आई एम के मुखिया और हैदराबाद सांसद असदु़द्धीन ओवैसी ने बिल का विरोध किया है।
कानून मंत्री ने विधेयक को लोकसभा में पेश करने की मांग की है। वही तिरूवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शाशि थरूर ने कहा कि बिल में कही बाते संविधान के खिलाफ है। उन्होंने इसका विरोध किया है। लोकसभा में तीसरी बार तीन तलाक विधेयक संदन के पटल पर रखा गया है। जिस पर कि हंगामा जारी है। इस विधेयक को कानून एंव विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया।
कांग्रेस ने बिल के ड्राफ्ट का विरोध किया है। इस विधेयक में तीन बदलाव किए है। राज्यसभा में ए आई डी एम के सांसद विजिला सत्यनाथ ने कहा तमिलनाडु पानी की कमी से जुझने वाला राज्य है। राज्य में एकमात्र प्रमुख नदी प्रणाली कावेरी नदी प्रणाली है। इसका समाधान केवल यह है कि केन्द्र को कावेरी जल प्रबंधन का पुरा अधिकार ले लेना चाहिए। तथा तत्काल पानी छोडा़ जाना चाहिए।
लोकसभा और राज्यसभा में दिमागी बुखार का मुद्दा शुक्रवार को बहुत गुंजा स्वास्थ्य विभाग को 24 घण्टे इस समस्या का फिड़ बेक सरकार और केन्द्र सरकार को भेजने की बात पर चर्चा कि गई जिससे अधिकारिक आंकडो के अनुसार और तेज गति से बचाव कार्य किये जा सके।
बाद में संसद में बिहार में चमकी बुखार से जान गवाने वाले बच्चों के लिए सभी सांसदो के द्धारा दो मिनट मौन रख उनकी आत्मिक शांति की दुआ करी गई।
वही लोकसभा में कांग्रेस नेता रंजन चैधरी ने दिमागी बुखार का मुद्दा उठाया उन्होने कहा कि बिहार मे भाजपा की सरकार है और भाजपा सरकार इस बिमारी को रोकने के लिए बहुत देर कर रही है स्वास्थ्य व्यवस्थाए चरमराई हुई है। इसके जवाब में बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कुपोषण से कही भी कोई भी मौत दुखद है और एक माँ होने के नाते मै बच्चो की मौत का दर्द समझ सकती हूँ ।
राज्यसभा में सभापति वेकैया नायडू ने सभी सांसदों का स्वागत किया और सदस्यो से सदन चलाने की अपील की।