दिल्ली: (NHB) हाल ही में कांग्रेस के जाने माने वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल जी की एक खबर सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी। खबर यह थी कि कपिल सिब्बल ने शराब व्यापारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को रोकने के लिए लंदन हाइकोर्ट में एक अर्जी दायर की है। फेसबुक पेज NAMO पर एक पोस्ट शेयर हुई जिसमें एक खबर का स्क्रीनशॉट लेकर उसे दिखाया गया। इस खबर में लिखा हुआ था कि’माल्या को अभी भारत मत भेजो, चुनाव पर असर पड़ेगा-कपिल सिब्बल की लंदन को अर्जी’ इस पोस्ट को लगभग 13 हज़ार बार शेयर किया जा चुका है। खबर पड़ते ही सोशल मीडिया और राजनीतिक पार्टियों में खलबली मच गई। फेसबुक के साथ-साथ इस खबर को ट्विटर पर भी शेयर किया गया। हर कोई इस खबर की सच्चाई जानना चाहता था। जो बाद में निकलकर सामने आई। कपिल सिब्बल ने लंदन हाई कोर्ट को ऐसी कोई अर्जी नहीं दी जिसमें विजय माल्या के प्रत्यर्पण को रोकने की बात कही हो। जो भी स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हुई वो एक ऐसी वेबसाइट के हैं जो व्यंग्य लेख पोस्ट करती है। यह वेबसाइट FAKING NEWS के नाम से काम कर रही है।
इस खबर की सच्चाई का पता तब चला जब टाइम फैक्ट चेक ने गूगल पर इस खबर को खोजने की कोशिश की लेकिन कोई परिणाम सामने नहीं आया लेकिन जब कपिल सिब्बल माल्या कीवर्ड सर्च किया गया तो फेकिंग न्यूज़ का वायरल हो रहा आर्टिकल नज़र आया। ज्यादा खोजने पर पता चला कि इस वेबसाइट पर देश विदेश की खबरों को व्यंग्यात्मक तरीके से पेश किया जाता है और तमाम खबरें फेक होती हैं। इस प्रकार एक वेबसाइट के फेक आर्टिकल ने जाने कितनों की नींद हराम कर दी।