राजस्थान में चुनावी माहौल बहुत गर्माया हुआ है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने में और एक दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। सभी अपने -अपने राजनीतिक हथकंडे अजमा रहे हैं। कोई अकेले चुनाव प्रचार कर रहा है तो किसी के लिए बाहर से आमंत्रित किया जा रहा है कुल मिलाकर देखा जाए तो यहां जनहित की नहीं बल्कि एक दूसरे को नीचा दिखाने की बातें ज्यादा हो रही हैं, जो मुश्किल में भी डाल देती हैं। इसके साथ ही कभी कभी गलत बयानबाजी किस तरह भारी पड़ जाती है यह राजस्थान में तब देखने को आया जब गुजरात के भाजपा सांसद देवजी भाई बांसवाड़ा के भगकोट इलाके में भाजपा प्रत्याशी हकरू मईडा़ के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे तभी वार्ड की पार्षद सीता डामोर ने उन्हें कहा कि पिछले 5 सालों से भाजपा ने सड़कों के गड्ढे भी नहीं भरवाए, विकास कहीं नजर नहीं आया। इतना सुनते ही देव जी ने साथ वाले व्यक्ति से पूछा कि यह महिला कौन हैं, तो जवाब मिला कि यह कांग्रेसी पार्षद हैं फिर तो देव जी के मुहँ से जैसे ही यह निकला कि आप अपने पप्पू को बुलवा लो वह गड्ढे भर देगा सीता डोमर उन पर टूट पड़ी। देखते ही देखते चुनावी माहौल दंगल में परिवर्तित हो गया और एकदूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगने लगे। आस पास के सभी स्थानीय लोगों ने देवजी की निंदा की तो उन्हें प्रचार बीच में ही छोड़कर भागना पड़ा लेकिन लोग इस पर भी शांत नहीं हुए और भाजपा कार्यालय पर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा नेताओं ने देवजी को जनता से माफी मांगने के लिए कहा और उन्हें तुरंत गुजरात के लिए रवाना कर दिया।