नई दिल्लीः- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद कोटा राजस्थान ओम बिरला को 17 वी संसद लोकसभा का स्पीकर चुना गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई नेताओ ने उनके नाम का प्रस्ताव दिया था। उसी के बाद ही उनके निर्वाचन की घोषणा की गई।
इस अवसर पर लोकसभा मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि स्पीकर पद पर ओम बिड़ला का चुना जाना गर्व की बात है। और ओम बिड़ला सर्वसमति से चुने गए। ज्यादातर सदस्य आप से परिचित है। उन्होंने विधार्थी काल से ही सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की और उसके बाद बिना रुके हर पड़ाव को पार किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा ओम बिड़ला ने कोटा को प्रतिनिधित्व किया है एक ऐसी जगह जो मिनी इंडिया कहलाता है एक ऐसी भुमि जो शिक्षा और सीखने से संबध रखती है। मुझे याद है मैने ओम बिड़ला के साथ बहुत लंबे समय तक काम किया है ओम बिड़ला के स्पीकर चुने जाने के बाद सदन में ‘ भारत माता की जय’ जय हिन्द जय श्री राम के लगे।
लोकसभा के कोंग्रेस नेता अधीर रजंन चैधरी ने कोंग्रेस की ओर से ओम बिड़ला को लोकसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई दी कोंग्रेस नेता अधीर रजंन चैधरी ने कहा कि शपथ के दौरान जय श्री राम- अल्लाह हू अकबर- जैसे नारे लगाना सही नही था यह मेरी व्यक्तिगत राय है।
इससे पहले देर रात सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुयी विपक्षी दलो की बैठक में भी बिरला की उम्मीदवार के समर्थन में फैसला किया गया। हालांकि उपाध्यक्ष के विषय मे संप्रग फिलहाल सतापक्ष के रुख की प्रतीक्षा करेगा।
इससे पहले लोकसभा सचिवालय के सुत्रो ने मंगलवार को बताया था कि इस पद के लिये बिड़ला की ओर से उनकी दावेदारी का नोटिस मिल गया है। बिड़ला ने निर्धारित समय दोपहर 12 बजे से पहले अपनी दावेदारी का नोटिस पटल कार्यालय को सौंप दिया था। नामांकन की प्रक्रिया पुरी होने के बाद ही बिड़ला का लोकसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा था। क्योकि सतासीन राजग के पास निचले सदन में स्पष्ट बहुमत है। इसी बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि बिड़ला के नाम के प्रस्तावको मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रक्षामंत्री राज नाथ सिंह के अलावा बीजद और राजग के घटक दलो शिवसेना अकाली दल तथा लोजपा सहित अन्य दलो के सदस्य भी शामिल रहे।
ओम बिड़ला तीन बार विधायक भी रह चुके है। और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा की बिड़ला जन भावनाओ से जुडा़ राजनेता है। उन्होने गरीब और पीड़ितो के लिए बहुत सारे और अच्छे काम किया है और उनका जीवन सामाजिक संवेदनाओ से भरा है। इसलिए उन्हे पुरा भरोसा है कि वे सबको समान अवसर देकर सदन का संचालन करेगे।