नवजोत सिंह सिद्धू जब से करतारपुर कॉरिडोर की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से लौटे हैं तभी से विवादित बयानों को लेकर निशाने पर हैं और यह विवाद अब इतना बढ़ गया है कि कांग्रेस के तीन मंत्रियों ने उनके इस्तीफे की मांग की है। करतारपुर जाने के मामले को लेकर उन्होंने पहले कहा कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां शामिल होने भेजा। उसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके पाकिस्तान जाने के पीछे राहुल गांधी जिम्मेदार नहीं है बल्कि उन्हें स्वयं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आमंत्रित किया था जो कि उनके पुराने मित्र हैं। और अभी हाल ही में जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि क्या आप कैप्टन अमरिंदर के कहने से पाकिस्तान गए तो असहमति जताते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कैप्टन अमरिंदर के भी कैप्टन हैं और उन्हीं के कहने से वे वहां गए थे। उनके इस बयान पर पंजाब सरकार के मंत्रियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर सिद्धू अमरिन्दर जी को अपना कैप्टन नहीं मानते तो उन्हें इस्तीफा देना होगा। मंत्रियों ने यह भी कहा कि या तो सिद्धू कैप्टन अमरिंदर से माफी मांगे या फिर अपना पद छोड़ें क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री होने के नाते कैप्टन अमरिंदर की सहमति लेना जरूरी था। सभी मंत्री कैप्टन अमरिंदर की अगुवाई में एक टीम की तरह काम कर रहे हैं अगर सिद्धू को इस बात से आपत्ति है तो वे अपना इस्तीफा कैबनेट की बैठक में सौंप सकते हैं। हर कोई जानता है कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनाने में कैप्टन ने कितनी मेहनत की है। कुछ दिन पहले सिद्धू की पत्नी
और पूर्व भाजपा विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने भी कहा था कि कांग्रेस में शामिल हर शक़्स राहुल गांधी का सिपाही है। अब देखना यह है कि कैबिनेट की बैठक का क्या नतीजा सामने आता है और कांग्रेस का ऊंट किस करवट बैठता है।