नागरिकता कानून को लेकर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन का कई बॉलीवुड सितारे समर्थन कर चुके हैं। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह भी इस कानून को लेकर गुस्से में हैं। उन्होंने कहा है कि मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि सरकार लोगों को नागरिकता साबित करने के लिए मजबूर कर रही है। पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज को ही प्रमाण मानने से मना किया जा रहा है। ये दस्तावेज क्या नागरिकता का प्रमाण नहीं हैं?
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि मेरे पास बर्थ सर्टिफिकेट नहीं है और अब मैं इसे बनवा भी नहीं सकता। ये न होने के वजह से क्या हम सभी को बाहर कर देंगे। भारत में 70 साल रहने के बाद मैं खुद को भारतीय साबित नहीं कर पाया तो पता नहीं क्या होगा।
इससे पहले एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि कि बड़े कलाकार राजनीतिक मामलों पर बोलने से कलाकार डरते हैं। उन्होंने कहा, ‘बॉलीवुड में बहुत कम अभिनेता हैं जो वास्तव में राजनीतिक मामलों पर बोलते हैं। लेकिन कुछ यहां बोलने से डरते भी हैं, क्योंकि वे कई चीजों के खोने से डरते हैं। हालांकि, ऐसे कलाकार हैं जो वास्तव में अपनी आवाज उठा रहे हैं और मुझे लगता है कि बैकलैश का सामना करने का डर धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि एक अभिनेता के राजनीतिक दर्शन को उनके द्वारा चुनी गई फिल्मों से पहचाना जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस कानून को एक दम वापिस लेने पर रोक लगा दी है । राजनितिक दल भी गर्म है । देश के गृह मंत्री ने दावे के साथ कहा कि ये नागरिकता बिल तो किसी भी सूरत में कैंसल नहीं होगा ।