लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद मोदी सरकार के नए कैबिनेट की चर्चा जोरो पर हो गयी है इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए शनिवार शाम 5 बजे बीजेपी संसदीय दल की एक मीटिंग बुलाई गई| जिसमे सभी नवनिर्वाचन सासंद भी शामिल होंगें| प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति से मिलकर उनको अपना इस्तीफा दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया| श्री मोदी जी ने राजनाथ कोविंद को नई सरकार के गठन होने तक अपने पद पर बने रहने का अनुरोध किया|
गौरतलब है की इस बार मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों के साथ साथ नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है| क्योकिं कुछ ऐसे चेहरे भी है जिन्हे स्वस्थ कारणों के चलते रिटायर किया जा सकता है| जिस प्रकार अरुण जेटली मोदी सरकार में एक अहम् भूमिका निभाने वाले सदस्य है पर स्वस्थ ठीक ना होने की वजह से उनको शायद मंत्रिमंडल में शामिल ना किया जाये, पिछले दिनों अरुण जेटली स्वस्थ खराबी के कारण उनकी गैरमौजूदगी में रेल मंत्री पियूष गोयल जी ने वित्त मंत्रालय संभाला था जिन्हे इसबार भी वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है| इस बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी मोदी मंत्रिमंडल में कोई पद दिया जा सकता है| रक्षा मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह को विभाग दिया जा सकता है और स्मृति ईरानी को बड़ा ओहदा मिल सकता है| केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पुराने मंत्रालय की जिम्मेवारी दी जा सकती है| कर्णाटक के युवा नेता तेजस्वी सूर्य को भी मंत्री मंडल में जगह मिल सकती है| सूत्रों के हवाले से ये भी खबर आ रही है की बंगाल के 4 सांसदों को भी कैबनिट मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है| खबर में हरियाणा से ब्रिजेन्दर सिंह, संजय भाटिया, अरविन्द शर्मा को भी कैबनिट में शामिल किया जा सकता है| दिल्ली से मनोज तिवारी और हिमाचल से अनुराग ठाकुर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है|
उधर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी एक मीटिंग कर सकते है जिसमे लोकसभा चुनाव में हुए ख़राब प्रदर्शन पर विचार विमर्श किया जाएगा|