काबुल में ब्रिटिश की निजी सुरक्षा संस्था पर तालिबानी हमला हुआ। यह हमला बड़े सवाल खड़े करता है कि यदि सुरक्षा संस्था ही सुरक्षित नहीं तो फिर सुरक्षित कौन? जिसमें आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 10 लोगों की मौत हुई जबकि लगभग 19 लोग घायल हुए। यह हमला किस वक़्त हुआ उस समय परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से क्या इंतज़ाम थे, इस बात का पता लगाया जाना अभी बाकी है ।अधिकारियों ने अभी तक मृतकों और घायल व्यक्तियों की राष्ट्रीयता की पुष्टि नहीं की है, जोकि बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े करता है। वहां के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार अभी सख्या बढ़ने की आशंका बनी हुई है जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मजरूह का कहना है कि इस हमले में 10 व्यक्ति मारे गए और 19 घायल हुए हैं घायलों को बाहर निकालने का काम अभी जारी है। इस विस्फोट में हमलावरों ने कार बम का इस्तेमाल ब्रिटिश निजी सुरक्षा कम्पनी G4एस का के कार्यालय को उड़ाने के लिए किया।
एक तरफ जहां अफगान अधिकारी इस घटनास्थल पर किसी भी तरह के खतरे का पता लगाने के प्रयास में जुटे हैं, वहीं तालिबान ने इस हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए ट्वीट किया है को हमले अभी भी जारी हैं। ऐसे में अफगान सरकार क्या कदम उठाएगी देखना अभी बाकी है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि G4एस कम्पनी ब्रिटेन के विदेश कार्यालय को सुरक्षा के इंतजाम की ज़िम्मेदारी निभाती थी। अब ऐसी स्थिति में काबुल के अंदर ब्रिटिश के विदेश कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए और कड़े कदम उठाए जाने की भी आवश्यकता होगा।