जैसे कि 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके है| NDA (बीजेपी) पूर्ण रूप से बहुमत प्राप्त करके एक तरफ़ा सरकार बनाने जा रहे है| एक बार फिर नरेंदर मोदी प्रधान मंत्री बनने जा रहे है|
कुछ दिग्गज इलेक्शन के दौरान अपने भाषणों में बोले गए शब्दों में खुद ही उलझे जा रहे है| चुनावी प्रचार के दौरान अपने भाषण में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था की अगर अमेठी से राहुल गाँधी चुनाव नहीं जीतेंगे तो मैं राजनीति से हमेशा के लिए सन्यास ले लूंगा|
कांग्रेस का दुर्ग माने जाने वाली अमेठी सीट से राहुल गाँधी बीजेपी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी से 55120 वोटों हार चुके है| जिसके कारण सिद्धू के बयान पर सवाल जवाब तलब हो रहे है| एक पत्तरकार से बातचीत करते वक्त स्मृति ईरानी से ये सवाल भी किया था की सिद्धू जी के बयान पर आप क्या कहेंगे इस पर स्मृति जी ने कहा की वो अपने आप को गाँधी परिवार का वफादार बता रहे है| अब ये उन पर निर्भर करता है की वो अपनी जुबान पर कितना खरा उतरते हैं| उन्होंने कहा की मैं अमेठी में विकास कार्य करवाउंगी और पंचायत सत्र तक हर मसले को हल करने का पूरा प्रयास करुँगी| मुझ पर अमेठी के लोगो ने जो विस्वाश करके मुझे अमेठी की सेवा करने का मौका दिया है उस पर पूरी तरह खरा उतरने का संकल्प लेती हूँ|