पेटीएम ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) और केंद्र सरकार को ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ने और पेटीएम के ग्राहकों के साथ हुई धोखाधड़ी का जिम्मेवार मानते हुए हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। पेटीएम का कहना है कि यह दोनों ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने में लापरवाही कर रहे हैं। उनको जो जरूरी कदम उठाने चाहिए वह नहीं उठा रहे हैं। पेटीएम का कहना है कि जो मोबाइल दूरसंचार की कंपनियां जैसे जिओ, एयरटेल आदि ग्राहकों के साथ हो रहे धोखाधड़ी के मामलों को रोकने में नाकाम रही हैं। इस पर हाईकोर्ट ने गंभीरता से गौर करते हुए ट्राई और केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
पेटीएम में फिशिंग और KYC अपडेट के नाम पर हो रही है धोखाधड़ी।
पेटीएम ने बताया कि कुछ लोग पेटीएम उपभोक्ता को फोन करके यह बोलते हैं कि उनका KYC अब समाप्त हो गया है या उनकी KYC की अवधि पूरी हो चुकी है इसलिए उनको अपना KYC दोबारा अपडेट करना पड़ेगा। फिर वह उस उपभोक्ता को कुछ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए बोलते हैं जैसे Teamviewer, Remote Access, Any Desk आदि। यह एक तरह के रिमोट एक्सेस के लिए इस्तेमाल होते हैं फिर उनको कुछ पैसे जैसे कि 1 रुपया भेजने को बोलते हैं ताकि उनका अकाउंट एक्टिवेट है कि नहीं यह पता चल जाए। उसके बाद इन सॉफ्टवेयर से ग्राहक के डिवाइस को हैक करके पेटीएम से पैसे निकाल लेते हैं। पेटीएम ने इसका उदाहरण देते हुए कहा की 2018 में मुंबई के एक ग्राहक के 1,70000 रुपए की धोखाधड़ी भी इसी तरह से की गई थी।
बताया उपभोक्ता की लापरवाही
पेटीएम ने दूसरा तरीका फिशिंग का बताया जिसमें पेटीएम ग्राहक को एक लिंक भेजा जाता है और ग्राहक गलती से उस लिंक पर क्लिक करता है जिससे वह धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है पेटीएम ने इस तरह की धोखाधड़ी के लिए टेलीकॉम कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया। पेटीएम ने यह भी माना कि पेटीएम अकाउंट उपभोक्ता की लापरवाही से आसानी से हैक किया जा सकता है। इसलिए ग्राहक को अपने पेटीएम अकाउंट को सुरक्षित रखना चाहिए।
पेटीएम ने अपने ग्राहकों के साथ हो रहे फ्रॉड से बचने के लिए कुछ कदम उठाए हैं।
पेटीएम ने कहा है कि हमारा कोई कर्मचारी KYC के लिए किसी से कोई संपर्क नहीं करता है। KYC अपडेट के लिए उसके निर्धारित एजेंट होते हैं कृपया KYC के लिए सिर्फ उनसे ही संपर्क करें। पेटीएम ने अपने ग्राहकों को कहा की किसी भी तरह की धोखाधड़ी की आशंका होने पर इस नंबर पर (0120 3888 3888) तुरंत फोन करें या paytm/care/ticket. पर भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। पेटीएम ने कहा कि धोखाधड़ी से बचने के लिए उसने पेटीएम साइबर सेल का भी गठन किया है जो धोखाधड़ी के नए-नए तरीकों को पहचान कर उन पर कार्रवाई करता है और अपने ग्राहकों को सतर्क भी करता ह। इसके इलावा पेटीएम ने कस्टमर के लिए 0120-3062244 नंबर भी जारी किया हुआ है।