उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दुराचार व अपहरण मामले में कोर्ट द्वारा सोमवार को फैसला सुनाते हुए कल तीस हजारी अदालत ने भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी करार दिया गया। न्यायधीश धर्मेश सिंह ने दोषी ठहराते हुए इस मामले में सजा सुनाने और बहस के लिए 19 दिसंबर तह की है। एक अन्य आरोपी महिला साथी शशि सिंह को शक के आधार पर पकड़ा गया था उस पर यह शक था कि पीड़िता को उसने बहला-फुसलाकर विधायक के हवाले किया था लेकिन संदेह पर कोई सबूत ना मिलने पर महिला आरोपी शशि सिंह को बरी कर दिया गया।
राजनीति सफर
कुलदीप सिंह सेंगर 52 साल के है जोकि 1996 में पहली बार गांव के प्रधान बने और राजनीतिक सफर शुरू हुआ। कांग्रेस पार्टी में भी उन्होंने अपना राजनीति का हिस्सा डाला | 2002 के अंदर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस छोड़ बहुजन समाज पार्टी का टिकट मिला और जीत का परचम लहराया । 2007 में विधानसभा चुनावों में कुलदीप सिंह ने समाजवादी पार्टी में आकर बांगरमऊ सीट से अपनी जीत दर्ज की । 2016 में पंचायती चुनावों में समाजवादी पार्टी से नाराज होकर 2017 में कुलदीप सेंगर ने बीजेपी का दामन थाम लिया और बांगरमऊ सीट से चौथी बार विधायक बनकर जनता के सामने आए ।
ख़ौफ़ की जीत या दिल की जीत ?
उन्नाव में कुलदीप सिंह सिंगर का खौफ इतना था कि कोई भी उनके आगे बोलने को तैयार नहीं था । ये जीत खौफ की है या प्रसिद्धि की यह अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के बांगरमऊ विधानसभा से भाजपा पार्टी से जीते थे। कुलदीप सिंगर का हर जगह सिक्का चलता था वह सभी सरकारी अधिकारियों को डरा धमका कर काम करवाने में माहिर था उन्नाव और और आसपास के जिलों के बड़े बड़े अधिकारी भी सिर झुकाते थे। 2006 07 में उन्नाव के एसपी रामलाल वर्मा को एक रोड चेकिंग के दौरान कुलदीप सिंह के भाई अतुल ने उसकी गाड़ी चेक करने और रोकने पर नाराज होकर गोली मार दी थी जिस पर अतुल को जेल तो भेजा गया लेकिन कुछ समय बाद ही वह जमानत पर बाहर आ गए और केस वहीं फ़ाइल में दब कर रह गया।
कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ दुराचार और अपहरण मामले की सुनवाई दिल्ली के तीस हजारी अदालत में हो रही थी जिसमें उन्हें दोषी करार दिया गया सेंगर के वकील तो सजा के लिए आज ही बहस चाहते थे लेकिन जज साहिब ने सजा और बहस के लिए 19 दिसबंर तारीक तह की। इसके अलावा भी सीबीआई द्वारा एक विशेष अदालत में सिंगर के ऊपर तीन मामले चल रहे हैं।