कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने 23 अप्रैल को अहमदाबाद में अपनी लोकसभा चुनाव रैली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को हत्या का आरोपी कह कर सम्बोधित किया था| जिस से भाजपा पार्षद कृष्णवदन ब्रह्मभट्ट ने अहमदाबाद कोर्ट में मानहानि का मामला दर्ज करवाया| इसलिए राहुल गाँधी को 9 जुलाई को कोर्ट में पेश होने के समन दिया गया था| राहुल गाँधी ने अपने भाषण में अमित शाह के बेटे जय पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था| ऐसी टिप्पणियों के कारण राहुल गाँधी एक महीने में तीसरी बार कोर्ट में पेश होने जा रहे है|
मध्यप्रदेश में हुई लोकसभा चुनाव के दौरान भी एक रैली में राहुल ने आपत्तिजनक टिप्पणी अमित शाह और उनके बेटे जय के बारे में कही थी कि क्या आप जय शाह को जानते है ? वो जादूगर है जोकि तीन महीने में पचास हजार को अस्सी करोड़ में बदल सकता है| इसके साथ अमित शाह पर फब्ती कस्ते हुए कहा था कि ‘‘हत्या के आरोपी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वाह! क्या शान है”। सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर मामले में सीबीआई ने 38 लोगों के ऊपर आरोप तय किये थे, जिसमे भाजपा नेता अमित शाह का नाम भी शामिल था| इस केस को गुजरात से मुंबई कि स्पेशल कोर्ट में स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किये जहा कोर्ट ने 2014 में 16 लोगों को आरोप से मुक्त कर दिया जिसमे अमित शाह सहित पुलिस के आला अधिकारीयों सहित कुल 14 लोग थे |
पटना अदालत में भी हुई पेशी
लोकसभा चुनाव प्रचार में अपने भाषणों में तकिया कलाम की तरह प्रयोग की गयी लाइन “चौकीदार चोर है या ‘सभी मोदी चोर क्यों हैं’ पर भी राहुल गाँधी को पटना की विशेष अदालत में 6 जून को पेश होना पड़ा था| बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राहुल गाँधी पर मानहानि का मामला दर्ज करवाया था| राहुल पर लगे सभी आरोपों को सुनकर जज साहिब ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया| फिर कोर्ट ने राहुल गाँधी को महज 10 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
शिवड़ी कोर्ट से भी मिली जमानत
5 सितंबर 2017 को बेंगलुरु में कुछ बाइक सवारों ने गौरी लंकेश को गोलियों से भून दिया था | कन्नड़ पत्रकार संघ के कार्यकर्ता ध्रुतीमान जोशी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या मामले के मानहानि केस में राहुल का नाम दर्ज करवाया था जिसके लिए राहुल गाँधी 4 जुलाई को मुंबई के शिवड़ी कोर्ट में पेश हुए थे। इस पर कोर्ट ने 15000 रुपए के मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी। ध्रुतीमान जोशी ने आरोप लगाया था कि गौरी लंकेश कि हत्या को 24 घंटे भी पुरे नहीं हुए थे कि राहुल गाँधी ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि जो लोग संघ और भाजपा की विचारधारा के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उन पर हमले हो जाते है और उन्हें जान से मार दिया जाता है| इस टिपण्णी आधार बनाकर गौरी लंकेश की हत्या को साथ जोड़कर केस दर्ज किया गया|