विरोधियों ने कहा नागरिकता बिल देश विरोधी
गृहमंत्री अमित शाह ने जैसे ही नागरिकता बिल को पेश किया संसद के साथ-साथ पूरे देश में हंगामा मच गया था । विपक्षी पार्टियों ने इसका पूरा विरोध किया। इस नागरिकता संशोधन बिल से ओबैसी बहुत नराज है देश के मुसलमानों के लिए खतरा है। चर्चा के दौरान ओवैसी इतना नाराज हुए कि उन्होंने नागरिकता के बिल की कॉपी वहीं फाड़ कर फेंक दी उन्होंने कहा कि यह बिल मुसलमानों के खिलाफ है। बाहरी व अंदरूनी सभी तरीको से मुसलमानों के लिए नागरिकता ना देना देश की सुरक्षा को खतरा है।
कई जगह हुआ विरोध
नागरिकता बिल संशोधन में देश में सभी जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा था। असम में सड़कों पर छात्र संगठन उतरा तोड़ फोड़ शुरू हुई दुकान बंद की गई हड़ताली माहौल पैदा हुआ और जमकर नारेबाजी करते हुए पूरा विरोध किया। मणिपुर त्रिपुरा में भी इसका पूरा विरोध किया गया। विपक्षी पार्टियों की , संगठनों की, तरह-तरह की नसीहतें आ रही थी ।
बदलते दिखे समीकरण
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में सोमवार नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता संशोधन पेश किया लोकसभा में बहस के बाद बुधवार को राज्यसभा में 12 बजे चर्चा शुरू हुई और बिल पेश किया गया | इस बिल के पेश होने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने विरोध जताते हुए कहा है विधेयक के ज़रिये संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं | जैसे बिल पेश हुआ तो समर्थन और विरोध करने वालो के समीकरण बदलते दिखाई दिए| बिल के समर्थन में 125 सांसद थे और इसके विरोध में 109 सांसद हैं | जो सांसद बिल के समर्थन में हैं उनमे भाजपा के 83, शिरोमणी अकाली दल के 3, और अन्य पार्टियों के 39 सांसद हैं |
शीर्ष नेताओं के विचार
कुछ वरिष्ठ नेताओं में हिन्दू मुस्लिम को लेकर चर्चा भी हुई कपिल सिब्बल ने कहा कि गृह मंत्री ने कहा कि मुसलमानों को डरने की ज़रूरत नहीं है |
सिब्बल ने कहा, ” हिंदुस्तान का कोई मुसलमान आपसे डरता नहीं है | न मैं डरता हूँ, न इस देश के नागरिक डरते हैं.”
उन्होंने कहा, “अगर हम डरते हैं तो संविधान से डरते हैं, जिसकी आप धज्जियां उड़ा रहे हैं”
पी चिदंबरम ने नागरिकता संशोधन बिल के लिए सरकार से पूछा और कहा कि सरकार के किसी जिम्मेदार व्यक्ति को इनका जवाब देना चाहिए | फिर चाहे देश के अटॉर्नी जनरल हों या फिर दूसरे अधिकारी | ये बिल संसद से असंवैधानिक कदम के रूप में सामने आया है और चिदंबरम ने ये भी पूछा सिर्फ़ पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान की बात क्यो श्रीलंका के हिंदू, भूटान के ईसाई क्यों शामिल नहीं धर्म को बिल का आधार क्यों बनाया गया, इसमें सिर्फ छह धर्म के लोगों को शामिल किया गया | इस्लाम को छोड़ ईसाई और यहूदी धर्म क्यों शामिल किया गया |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर से
लोकसभा में बिल पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी संसदीय बैठक के बाद कहा कि नागरिकता संशोधन बिल से लोगों को जो राहत मिली है, उनकी ख़ुशी का अंदाज़ा नहीं लगा सकते | कई मुद्दों पर विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है | मोदी ने कहा, “ये छह महीने का समय ऐतिहासिक रहा, जो वर्षो से ना हो सका वो इन छह महीने में हो गया लेकिन विपक्ष जो देश को लड़ने की बात कर रहा है और पाकिस्तान की भाषा में बोल कर अपनी तुच्छ भूमिका निभा रहा है
आखिर हुआ बिल पास
सभी बहस के मुद्दों के बाद 9 घंटे की लम्बी पक्ष विपक्ष की चर्चा से होते हुए आखिर बिल पास हुआ |बिल पास को लेकर 125 वोट पक्ष में पड़े और 92 वोट विपक्ष पड़े जिससे पक्ष की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा | सोमवार को लोकसभा में बिल पास हुआ जिस से देश के कुछ हिस्से में विरोध और आगजनि हुई पर आज लोकसभा में बिल पास होने पर पक्ष मजबूत नजर आया |