वेदना भरे दिल की चीख
यूपी में आगरा के यमुना एक्सप्रेस हाईवे पर आज सुबह तक़रीबन साढ़े चार बजे दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। आज सुबह लगभग सभी यात्री गहरी नींद में सोये हुए थे उन्हें क्या पता था की आज के सोये कभी नहीं उठेंगे | इस हादसे ने किसी को अपने दर्द पर चीखने चिलाने का मौका भी नहीं दिया पल भर में मौत ने महिला, बच्चों सहित 29 को अपनी आगोश में ले लिया| इस हादसे में 18 लोग घायल हो गए।
हादसा कब और कहाँ
रविवार रात्रि 10 बजे आलमबाग बस स्टैंड से अवध डिपो की रोडवेज़ डबल डेकर बस सवारियां लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई। लखनऊ से दिल्ली जा रही ये रोडवेज बस सुबह तकरीबन 4:30 बजे जैसे ही यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंची तो बस अचानक असंतुलित होकर 4 फ़ीट की रेलिंग तोड़ते हुए 30 फुट गहरे नाले में जा गिरी। डीएम रवि कुमार ने बस ड्राइवर को अचानक आई नींद की झपकी की आशंका जताई है। हालांकि इस बारे में पुख्ता सबुत नहीं है | इस बारे में पुलिस हर तरफ से जांच में जुटी हुई है।
बस में तकरीबन 45 से 50 यात्री सवार थे गहरी नींद होने की वजह से किसी को चीख-पुकारने का भी मौका ना मिला । एक ग्रामीण ने इस दुर्घटना का जबरदस्त धमाका सुना और गांव के लोगों को सहायता के लिए इकट्ठा करके पुलिस को भी सूचना दी। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। दुर्घटना के तकरीबन 2 घंटे बाद जेसीबी मशीन और क्रेन ने पहुंचकर बस को सीधा किया और लोगों को निकालने में मदद की पर उस समय तक ज्यादातर लोगों की मौत हो चुकी थी।
सरकार की सांत्वना
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए 3 सदस्य टीम गठित करते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट जमा करवाने के निर्देश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना का बहुत गहरा दुख जताया है और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को जल्दी से जल्दी मौके पर पहुंचने के आदेश दिए हैं साथ ही घायलों को जल्द से जल्द आपातकालीन सुविधा देने के निर्देश दिए हैं। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को पीड़ितों को हर तरह की सहायता देने का निर्देश दिया है।