जब से पुलवामा हादसा हुआ तब से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का माहौल बना है। पुलवामा हमले में मारे गए शहीद जवानों की शहादत का बदला भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आंतकी ठिकानों को ध्वस्त कर लिया। इस प्रतिक्रिया से बौखलाए पाकिस्तान ने अपने लड़ाकू विमान हमले की नीयत से भारत भेजे जिन्हें खदेड़ने की कोशिश में पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया जिसमें उनका अपना विमान भी क्षतिग्रस्त हो गया। पैराशूट को मदद से जब भारतीय वायुसेना के जांबाज़ पायलट अभिनंदन धरती पर उतरे तो यह धरती भारत की नहीं बल्कि पाकिस्तान की थी। पाकिस्तानी सेना ने उन्हें तुरंत अपने कब्जे में ही नहीं किया बल्कि उनसे अभद्र व्यवहार कर उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी कर दिया। किसी वीडियो में उनपर हमला करते दिखाया गया तो किसी वीडियो में उन्हें चाय पीते दिखाया गया। जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर पाकिस्तान द्वारा मानवीय कानून एयर जिनेवा कन्वेंशन के उलंघन की बात की।उसके बाद जो भारत में वीर सपूत अभिन्दन को लेकर पूरे भारत ने जोश दिखाया उसकी कहीं कोई मिसाल नहीं दी जा सकती।
यह भारत की एकजुटता ही थी कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी थी और नापाक पाक अपनी गलती पर बगले झांक रहा था। सभी देशों ने पाक पर जब थू थू करनी शुरू की तो गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त सत्र बुलाकर भारतीय पायलट अभिनंदन को शुक्रवार को भारत सौपने की बात की। और आखिरकार 56 घण्टे के लंबे इंतजार के बाद कब अभिन्दन ने वाघा बॉर्डर से जब हिंदुस्तान की धरती पर पहला कदम लगा वो कदम मानो ऐतिहासिक बन गया। इतना जोश इतना जनून देखकर एक बात निश्चित हो गई कि बात अगर देश की आन बान शान पर आ जाये तो हम सब भारतीय बन्द मुठ्ठी जो जाते हैं। अभिमन्यु के इंतजार में स्थान- स्थान पर उनके सकुशल लौट आने की प्रार्थना के लिए लोग सांस थामे खड़े थे। अभिन्दन को सही सलामत वापिस लौटाता देख पूरे भारत ने चैन की सांस ली।