भारत में पिछले 1 महीने से नागरिकता संशोधन कानून लागू होने पर छात्र और शिक्षक आंदोलनकारी हो चुके है । उन्होंने बुधवार को जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के सामने प्रदर्शन किया और उस कानून को वापस लेने की मांग की।
पिछले महीने भी छात्राओं ने यह आंदोलन किया था जिस पर पुलिस ने बेरहमी के साथ कार्रवाई की इस कार्रवाई के खिलाफ सभी छात्रों ने अपने शिक्षकों के के साथ चलो जामिया नारा दिया और और देखते ही देखते जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली और अंबेडकर विश्वविद्यालय के सभी छात्र और शिक्षक दोपहर को जामिया विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन करने लगे और पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ नारे लगाए और इंसाफ की मांग करने लगे।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में गिरफ्तार भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को जामा_मस्जिद इलाके में नागरिकता संशोधन कानून कानून के खिलाफ भीड़ को भड़काने का आरोप है और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार गिरफ्तार किया और उन पर मुकदमा चलाया उन पर यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने लोगों को उकसाया तथा बिना इजाजत के प्रदर्शन किया जिस पर आज एडिशनल सेशन जज कामिनी लाउ ने चंद्रशेखर को समझाते हुए जमानत दी है और कहा है कि 16 फरवरी कोई भी आंदोलन ना हो, देखा जाए तो इसमें पुलिस की बर्बरता भी सामने आई है इसलिए एडिशनल सेशन जज कामिनी लाउ ने पुलिस को फटकारा कि ये हिंदुस्तान है यहां पर सभी को बोलने का अधिकार है आप जामा मस्जिद को पाकिस्तान नहीं मान सकते अगर वह पाकिस्तान है तब भी वहां लोगों को अपनी बात रखने का हक है।