वैवाहिक जीवन बना मुसीबत
यदा कदा ज़िन्दगी की खुशियां भी दुःख में तब्दील हो जाती है और जीवन की महत्वपूर्ण रस्म शादी भी परेशानी और मुसीबत का सबब बन जाती है। इसका एक उदाहरण भारत के मध्य प्रदेश के मंडला जिले में देखने को मिला। वैवाहिक जिंदगी को लेकर जिले के नैनपुर में गांव के एक पीड़ित पति ने पुलिस-परिवार सलाह केंद्र में आवेदन देते हुए बताया कि शादी को चार साल हो गए, लेकिन उसकी पत्नी उसे करीब नहीं आने देती। दोनों में चार सालों में कभी भी पति-पत्नी जैसे संबंध ही नहीं बने। पीड़ित युवक का कहना है कि उसकी पत्नी उसे पति नहीं, बल्कि भाई मानती है और उसके साथ भाई जैसा ही व्यवहार भी करती है।
परिवार सलाह केंद्र में किया व्यथा का बखान
पीड़ित पति ने परामर्श केंद्र के सदस्यों और अधिकारियों को बताया कि उसकी शादी 2015 में हुई थी। हालांकि, उसकी पत्नी ने शादी के कुछ दिनों बाद ही बता दिया था कि उसने यह शादी अपने माता-पिता के दबाव में की है। इतना ही नहीं, उसका कहीं और प्रेम प्रसंग भी रहा है। पीड़ित युवक का कहना था कि शादी के चार सालों तक वह इसी आशा में जीता रहा कि एक न एक दिन उसकी पत्नी रिश्ता स्वीकार कर लेगी, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ। थक-हारकर उसने परिवार सलाह केंद्र में आवेदन देकर पत्नी को समझाने के लिए गुहार लगाई। केंद्र के अधिकारियों ने दोनों पक्षों को अगली पेशी पर फिर बुलाया है और मामला सुलझाने का आश्वासन दिया है।