3 वर्षीय बच्ची ने दोनों हाथों से लिखने का बनाया रिकॉर्ड – मुख्यमंत्री ने की तारीफ़
कहते है ना कुछ कर गुजरने की चाह हो तो लंगड़े भी पहाड़ चढ़ जाते है | बड़ी से बड़ी चुनौती को इंसान आड़े हाथो ले सकता है | वैसे भी भारत आद काल से कला का धनी है | भारत के हर कोने पर अपनी कला के जरिये रंग ज़माने वाले मिल ही जायेंगे | इसी बात का प्रमाण मध्य प्रदेश में देखने को आया | मध्य प्रदेश में एक तीन साल की बच्ची दोनों हाथों से लिखने का रिकॉर्ड कायम चुकी हैं | बहुमुखी प्रतिभा की धनी षंजन थम्मा ने दस माह की उम्र में ही दोनों हाथ से लिखने की कला सीख ली | षंजन को दुनिया के 247 देशों में से 235 देशों और उनकी राजधानी के नाम मुह जबानी याद हैं |
मुख्यमंत्री से की मुलकात
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की, मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी प्रतिभाओं का प्रदेश हित में प्रेरणा के रूप में उपयोग किया जाएगा | कमल नाथ ने षंजन से सवाल किया कि उसे कौन-कौन से मेडल प्राप्त हुए हैं | मुख्यमंत्री ने उसकी एक-एक उपलब्धि को देखा |मुख्यमंत्री कार्यालय मध्य प्रदेश ने ट्वीट कर लिखा, ”मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ से “यंगेस्ट एक्टिवट्रेक्स्ट्रस राइटर” रिकार्ड बनाने वाली षंजन थम्मा ने मुलाकात की ” मुख्यमंत्री ने कहा कि धन्य है हमारा प्रदेश की इतनी अद्वितीय प्रतिभा हमारे यहां हैं |
बचपन से तेज दिमाक
मुख्यमंत्री कार्यालय मध्य प्रदेश ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि मुख्यमंत्री को षंजन की माता मानसी ने बताया कि जब वह 10 महीने की थी तभी से दोनों हाथ से लिखने के साथ ही 1 से 10 तक की गिनती इसे याद थी।साइंस, राजनीति और दुनिया के भूगोल की षंजन को गहरी समझ और जानकारी है।षंजन का पहला रिकार्ड 2 साल 11 माह में बना जब वह दोनों हाथों से लिखने लगी थी।
खुद की 250 किताबों की लाइब्रेरी
दूसरा रिकार्ड इतनी ही कम उम्र में राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय गान के साथ ही सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान उसे पूरा याद होने के कारण बना।षंजन को वर्ल्ड ऑफ रिकार्ड इंडिया और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड मिल चुका है।उनकी अपनी खुद की 250 किताबों की लाइब्रेरी है।