मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ और भी जबरदस्त बदलाव हो रहे हैं जिसका असर और कहीं भी दिखाई दे रहा है। अभी हाल ही केंद्र सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो के चीफ के पद पर मध्यप्रदेश के डीजीपी रहे ऋषि कुमार शुक्ला को नियुक्त किया है। जिसे लेकर विपक्ष बेहद नाराज है। इसी संदर्भ में कमलनाथ सरकार के मंत्री गोविंद सिंह का एक विवादित बयान सामने आया है जिसमें उन्होनें कहा है कि ऋषि कुमार शुक्ला मध्यप्रदेश के इतिहास के सबसे बुजदिल, कायर और अक्षम डीजीपी रहे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो व्यक्ति प्रदेश नहीं सम्भाल सका वो सीबीआई कैसे सम्भालेगा संदेहास्पद है।
उन्होंने बताया कि डीजीपी पद पर रहते हुए उनकी कार्यकाल में साम्प्रदायिक आंदोलन हुए, लोग ममरे, कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी लेकिन वो कुछ नहीं कर पाए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे व्यक्ति को एक साजिश के तहत सीबीआई चीफ बनाया गया है ताकि व्यापमं घोटाले का राज बाहर ना आ सके। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एक तीर से दो निशाने लगाएगी। एक तो भाजपा के नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के सभी मुद्दों को दबाया जाएगा दूसरा विपक्षी दलों को बेवजह प्रताड़ित किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी शनिवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली चयन समिति ने आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया चीफ नियुक्त किया है। पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा के तबादले के बाद से यह पद खाली पड़ा था। इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि मध्यप्रदेश कैडर के किसी आईपीएस अधिकारी को सीबीआई चीफ बनाया गया है। मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले शुक्ला की पहली पोस्टिंग रायपुर में हुई थी। 2009 से 2012 तक वह पहले वही खुफिया विभाग में एडीजी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।