800 गायों को स्कूल में करना पड़ा बन्द।खुलेआम सड़कों पर घूम रहे जानवर ना केवल हादसों को चुनौती देते हैं बल्कि अगर खेत में घुस जाएं तो खड़ी की खड़ी फसल भी तबाह करने में समय नहीं लगाते। इसके साथ ही cow smuggling के मामले भी आजकल इतना तूल पकड़ रहे हैं कि इनके नाम पर कहीं भी और कभी भी दंगे होने में देर नहीं लगती। यही कारण है कि जहां बेचारे किसानों को ठिठुरती ठंड में खेत में दिनभर काम करना पड़ता है, वहीं इन आवारा पशुओं से अपनी फसल की देखभाल भी करनी पड़ती है। बेचारे किसान ना जाने कितनी बार प्रशासन से इस बात की गुहार लगा चुके हैं लेकिन फिर भी इसका कोई हल नहीं निकल पाया। जहां भाजपा में गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करती है,वहीं लोगों की परेशानी भी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। किसान खुद को बेहद मजबूर महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि बुलंदशहर, मुज़फ्फर नगर तथा अलीगढ़ समेत कई जिलों के किसान प्रशासन से बेहद नाराज हैं। अलीगढ़ के गोराई गांव में 24- 25 दिसम्बर की रात फसल बर्बाद होते देखकर करीब 700 से 800 गायों को एक सरकारी स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र में बंद कर दिया। गांववालों ने प्रशासन से गायों के लिए शेल्टर की मांग की है । अलीगढ़ के डीएम सीबी सिंह का इस मामले के मद्देनजर यही कहना है कि उन्होंने एसडीएम को गोराई गांव जाने के निर्देश दिए हैं तथा ग्रामप्रधान को भी इस बाबत ज़िम्मेदारी सौंपी गई है कि यथाशीघ्र गायों के लिए आश्रयस्थल की व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को राहत मिले। अब देखना यह है कि कितनी जल्दी इस दिशा में कोई प्रयास किया जाता है या नहीं। दूसरी तरफ गाय तस्करों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि मुज़फ़्फ़र जिले के निरधाना क्षेत्र में पुलिस ने 4 गौ तस्करों को गिरफ्तार किया है। घटनास्थल पर मांस के अलावा हथियार भी पुलिस ने बरामद किए हैं।