चुनावी सरगर्मियों के चलते सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी स्थिति मजबूत बनाने पर और विरोधी पार्टियों पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में लगी हैं। बात चाहे भाजपा की हो या कांग्रेस की इस समय सभी पार्टियों ने राजस्थान को रणक्षेत्र बना रखा है। चुनावी दांव-पेंच चलने में कोई भी किसी से कम नहीं है। यह बात राहुल गांधी के राजस्थान दौरे में देखने को मिली जब उन्होंने पुष्कर में स्थापित ब्रह्मा मंदिर में विधिवत पूजा करते समय खुद को कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गौत्र का बताया । गौरतलब है कि भाजपा ने हमेशा राहुल पर धर्म और गौत्र को लेकर निशाना साधा है। यहां तक कि कुछ दिन पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने तो उन पर गौत्र ना बताने का आरोप भी लगाया था। पूजा से पहले राहुल ने अजमेर में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की दरगाह पर माथा भी टेका। राजस्थान में चुनाव प्रचार चरम सीमा पर है ।
आज राहुल भी पोकरण, जालोर और जोधपुर में जनसभा को सम्बोधित करने की पूरी तैयारी में हैं। आगामी 7 दिसम्बर को राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों पर मतदान होगा और 11 दिसम्बर को अन्य राज्यों के साथ इसके चुनाव नतीज़े भी घोषित हो जाएंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी रविवार को भाजपा के समर्थन में रैली को सम्बोधित करते हुए राहुल पर जमकर हमला बोला था। अब देखना यह है कि आज राहुल किस तरह से जवाबी हमला करेंगें। खबर यह भी है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी भीलवाड़ा , कोटा और बेणेश्वर धाम में रैलियों को सम्बोधित करेंगे ।देखते हैं कि दोनो पार्टियों के दिग्गज किस तरह अपने मुकाम पर डटे रहेंगे और राजस्थान में चुनावी ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा और जनता किसे अपना समर्थन देकर राजस्थान की बागडोर उसके हाथों में सौंपेगी।